Thursday, July 3, 2025
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इजराइल-ईरान तनाव से भारतीय शेयर बाजार पर दबाव: 13 जून को क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

आज, 13 जून 2025 को, भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत वैश्विक नकारात्मक संकेतों और इज़राइल तथा ईरान के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण कमजोर रहने की प्रबल संभावना है। दुनिया भर के बाजारों में अनिश्चितता का माहौल भारतीय निवेशकों को भी प्रभावित कर रहा है, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी 50 जैसे प्रमुख सूचकांकों के निचले स्तर पर खुलने का अनुमान है।

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वैश्विक संकेतों और गिफ्ट निफ्टी का असर:अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर, मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने वैश्विक इक्विटी बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया है। अमेरिकी बाजारों में कमजोरी और एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान भी भारतीय बाजार के लिए नकारात्मक संकेत दे रहे हैं। इन वैश्विक रुझानों का सीधा असर भारतीय बाजार पर दिख रहा है, और इसका एक स्पष्ट उदाहरण गिफ्ट निफ्टी (जो एसजीएक्स निफ्टी का नया नाम है) है।

आज गिफ्ट निफ्टी छूट पर कारोबार कर रहा था, जो भारतीय बेंचमार्क निफ्टी 50 के लिए एक गैप-डाउन (निचले स्तर पर) शुरुआत का संकेत देता है। इसका मतलब है कि बाजार खुलने के साथ ही महत्वपूर्ण गिरावट देखने को मिल सकती है।प्रमुख सूचकांकों का तकनीकी विश्लेषण और अपेक्षित स्तर:सेंसेक्स (Sensex):विशेषज्ञों का मानना है कि सेंसेक्स के लिए 81,500 का स्तर एक महत्वपूर्ण समर्थन बिंदु (support level) है।

यदि सेंसेक्स इस स्तर से नीचे आता है और टिकता है, तो इसमें और गिरावट देखी जा सकती है। ऐसी स्थिति में बाजार में घबराहट बढ़ सकती है। वहीं, यदि सेंसेक्स 81,800 के स्तर को सफलतापूर्वक पार कर लेता है, तो दिन के कारोबार (intraday trade) में एक छोटी रैली देखने को मिल सकती है, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिल सकती है। निवेशकों को इन प्रमुख स्तरों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।निफ्टी 50 (Nifty 50):निफ्टी 50 के लिए 25,000 और 25,200 के स्तर पर मजबूत प्रतिरोध (resistance) बना हुआ है। इसका अर्थ है कि इन स्तरों पर पहुंचने पर बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है, और सूचकांक के लिए इन्हें पार करना मुश्किल हो सकता है।

दूसरी ओर, निफ्टी 50 को 24,800 और 24,700 के स्तर पर समर्थन मिलने की उम्मीद है। ये स्तर गिरावट की स्थिति में सूचकांक को कुछ हद तक सहारा दे सकते हैं और संभावित रूप से गिरावट को थाम सकते हैं।बैंक निफ्टी (Bank Nifty):हाल ही में बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली देखी गई है, और यह रुझान आज भी जारी रहने की संभावना है। बैंक निफ्टी के लिए 55,200 से 55,500 की रेंज में समर्थन मिलने की उम्मीद है। यदि यह समर्थन टूटता है, तो बैंकिंग शेयरों में और गिरावट आ सकती है, जो समग्र बाजार पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। बैंकिंग सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है,

इसलिए इस पर नजर रखना बेहद जरूरी है।निवेशकों के लिए सलाह:मौजूदा भू-राजनीतिक अनिश्चितता और कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण बाजार में उच्च अस्थिरता रहने की संभावना है। निवेशकों को अत्यधिक सावधानी बरतने और बाजार के प्रमुख तकनीकी स्तरों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है। किसी भी बड़े निवेश निर्णय से पहले विशेषज्ञों की राय लेना और अपनी जोखिम वहन क्षमता का मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है। बाजार की दिशा वैश्विक घटनाओं और तेल की कीमतों पर भी निर्भर करेगी।

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