क्या हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से फैल रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ईरान ने एक इजरायली लड़ाकू विमान को मार गिराया है और उसकी महिला पायलट को पकड़ लिया है। यह खबर एक वायरल वीडियो और कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स के साथ शेयर की जा रही है।
आइए इस दावे की सच्चाई की पड़ताल करते हैं।वायरल खबर क्या है?
वायरल हो रही खबर में मुख्य रूप से दो दावे किए जा रहे हैं: * इजरायली लड़ाकू विमान को मार गिराया गया: सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं जिनमें कथित तौर पर एक गिरे हुए विमान का मलबा दिखाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह इजरायल का एक F-35 लड़ाकू विमान है जिसे ईरान ने मार गिराया है।
* महिला पायलट को पकड़ा गया: इन दावों के साथ एक महिला की तस्वीर भी शेयर की जा रही है जिसे इजरायली लड़ाकू विमान की पायलट बताया जा रहा है और कहा जा रहा है कि उसे ईरान ने बंदी बना लिया है।दावों की सच्चाई क्या है?
इन दावों की पड़ताल करने पर कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं: * पुराना और असंबंधित वीडियो: जिस वीडियो में कथित तौर पर गिरे हुए विमान का मलबा दिखाया जा रहा है, वह असल में काफी पुराना है।
यह वीडियो 2018 का है और सीरिया में इजरायली F-16 लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से संबंधित है, जिसे सीरियाई वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया था। इसका वर्तमान में ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव से कोई संबंध नहीं है। * गलत पहचान वाली महिला पायलट: जिस महिला की तस्वीर को इजरायली पायलट बताया जा रहा है, वह इजरायली वायुसेना की पायलट नहीं है।
यह तस्वीर एक इजरायली रक्षा बल (IDF) की अधिकारी की है, जो सक्रिय सेवा में हैं, लेकिन उनका लड़ाकू विमान के पायलट होने या बंदी बनाए जाने से कोई लेना-देना नहीं है। यह तस्वीर वर्षों से ऑनलाइन उपलब्ध है और इसका गलत संदर्भ में उपयोग किया जा रहा है। * कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं: इजरायल या ईरान, किसी भी देश की ओर से इन दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
अगर इस तरह की कोई घटना हुई होती, तो यह एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय खबर होती और दोनों देशों द्वारा इसकी पुष्टि या खंडन अवश्य किया जाता।निष्कर्षसोशल मीडिया पर इजरायली लड़ाकू विमान को मार गिराने और महिला पायलट को पकड़ने के दावे पूरी तरह से झूठे और भ्रामक हैं।
ये खबरें पुराने और असंबंधित वीडियो तथा तस्वीरों का उपयोग करके फैलाई जा रही हैं। पाठकों को ऐसी भ्रामक जानकारियों पर विश्वास करने से पहले हमेशा उनकी सच्चाई की पड़ताल करनी चाहिए।क्या आप इस विषय पर और अधिक जानना चाहेंगे या किसी अन्य खबर की सच्चाई की पड़ताल करवाना चाहेंगे?