नई दिल्ली: वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, विशेषकर इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष, ने आज भारतीय शेयर बाजारों के लिए नकारात्मक शुरुआत का मंच तैयार कर दिया है। इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए कथित हवाई हमले की खबरों के बाद वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिसका सीधा असर भारतीय इक्विटी सूचकांकों पर भी पड़ने की आशंका है।
वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल: प्रमुख संकेतक * कच्चे तेल की कीमतें उछलीं: इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज द्वारा ईरान पर हमले के बाद आपातकाल की घोषणा ने तेल बाजार में हलचल मचा दी। ब्रेंट क्रूड वायदा में 6% से अधिक की जोरदार वृद्धि देखी गई, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड वायदा भी 7% से अधिक चढ़ गया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भारत जैसे आयातक देशों के लिए चिंता का विषय हैं, क्योंकि ये महंगाई को बढ़ावा दे सकती हैं।
* एशियाई बाजारों में तेज गिरावट: शुक्रवार सुबह एशियाई-प्रशांत के बाजार इजराइल के ईरान पर सैन्य हमले की खबरों के बाद गहरे लाल निशान में खुले। जापान का निक्केई 225 सूचकांक 1.28% और टॉपिक्स सूचकांक 1.22% नीचे आया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.83% और स्मॉल-कैप कोस्डैक 1.82% गिरा। ये गिरावटें वैश्विक निवेशकों की जोखिम से बचने की प्रवृत्ति को दर्शाती हैं।
* अमेरिकी वायदा बाजारों पर असर: इजराइल द्वारा ईरान पर हवाई हमले की खबरों के बाद गुरुवार रात अमेरिकी बेंचमार्क से जुड़े वायदा अनुबंधों में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज से जुड़े वायदा में 558 अंक (1.3%) की गिरावट आई, जबकि एसएंडपी 500 वायदा में लगभग 1.5% और नैस्डैक 100 वायदा में 1.7% की गिरावट देखी गई। यह अमेरिकी बाजार में आने वाले सत्रों में संभावित कमजोरी का संकेत देता है।
* गिफ्ट निफ्टी का संकेत: भारतीय इक्विटी सूचकांकों के लिए एक प्रमुख संकेतक, गिफ्ट निफ्टी, लगभग 0.8% की गिरावट के साथ 24,750 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भारतीय बाजार आज एक ‘गैप-डाउन’ ओपनिंग (निचले स्तर पर शुरुआत) के लिए तैयार हैं।बाजार विशेषज्ञों की राय और आगे की राह:बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भू-राजनीतिक अनिश्चितता का जोखिम वैश्विक बाजारों में सदमे की लहर भेज रहा है।
डाउ वायदा में 500 अंक से अधिक की गिरावट और एशिया के बाकी बाजारों में भी महत्वपूर्ण गिरावट इस बात की पुष्टि करती है।
* अत्यधिक अस्थिरता की आशंका: आज के सत्र में भारतीय बाजारों में अत्यधिक अस्थिरता (वोलैटिलिटी) रहने की उम्मीद है। निवेशकों को सावधानी बरतने और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी जाती है।
* तेल कीमतों पर नजर: कच्चे तेल की कीमतों में और वृद्धि भारत के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि यह कंपनियों की लागत बढ़ाएगी और उपभोक्ता खर्च को प्रभावित कर सकती है।
* सरकारी नीतियों और वैश्विक संकेतों पर ध्यान: निवेशकों को न केवल घरेलू विकास पर, बल्कि इजराइल-ईरान संघर्ष से संबंधित किसी भी नए अपडेट और वैश्विक केंद्रीय बैंकों की टिप्पणियों पर भी बारीकी से नजर रखनी होगी।निष्कर्ष:संक्षेप में, आज भारतीय शेयर बाजार वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के कारण दबाव में रहेंगे। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और दीर्घकालिक निवेश दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि अल्पकालिक उतार-चढ़ाव ऐसे संकटों के दौरान आम हैं।
स्रोत:
* Financial Express
https://www.financialexpress.com/market/how-will-markets-open-today-gift-nifty-lower-isreal-attacks-iran-dow-futures-and-6-other-cues-to-watch-at-this-hour-3878129/