सोना: हर संकट में चमका, 20 साल में दिया 1200% से ज़्यादा का शानदार रिटर्न!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!निवेश की दुनिया में सोना हमेशा से एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प रहा है, खासकर अनिश्चितता और संकट के दौर में। पिछले 20 सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो सोने ने न सिर्फ़ इक्विटी और चांदी को पछाड़ा है, बल्कि हर बड़े संकट में निवेशकों को स्थिरता और बेहतरीन रिटर्न दिया है।अभूतपूर्व रिटर्न का ट्रैक रिकॉर्डसाल 2005 से 13 जून 2025 तक, सोने की चमक वाकई बेमिसाल रही है।
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इस अवधि में सोने ने 1,200% से भी ज़्यादा की ज़बरदस्त बढ़त दर्ज की है, जहाँ इसका भाव ₹7,638 प्रति 10 ग्राम से बढ़कर ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम को पार कर गया है। इसकी तुलना में, इसी दौरान सेंसेक्स ने लगभग 815% और चांदी ने 669% का रिटर्न दिया है, जो सोने से काफ़ी कम है।संकट का साथी: सोने की स्थिरतासोना केवल अच्छे रिटर्न के लिए ही नहीं, बल्कि संकट के समय में अपनी स्थिरता के लिए भी जाना जाता है।
जब बाज़ारों में भारी गिरावट आती है, तब भी सोना निवेशकों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बना रहता है। * 2008 का वैश्विक वित्तीय संकट: जब साल 2008 में सेंसेक्स में 52.44% की भारी गिरावट आई थी, तब सोना 28.6% मजबूत होकर निवेशकों को राहत दे रहा था।
* 2011 और 2020: इन वर्षों में भी, जब बाज़ार करेक्शन मोड में थे, सोने ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
* कम गिरावट: यहाँ तक कि 2013 और 2015 जैसे करेक्शन वाले सालों में भी, सोने में गिरावट इक्विटी की तुलना में बहुत कम रही, जो इसकी मज़बूती को दर्शाती है।इक्विटी और चांदी से बेहतर प्रदर्शनपिछले 20 सालों में, सोने ने 16 सालों में पॉजिटिव रिटर्न दिया है, जो इसकी लगातार बेहतर परफॉर्मेंस का सबूत है।
वहीं, चांदी और सेंसेक्स में कई मौकों पर बड़ी अस्थिरता देखी गई। उदाहरण के लिए, चांदी ने 2009 और 2010 में शानदार मुनाफ़ा दिया, लेकिन 2013 में -24.25% की भारी गिरावट भी झेली। सेंसेक्स का प्रदर्शन भी 2008 के संकट और मंदी के सालों में बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिससे इसकी अस्थिरता साफ़ दिखती है।
क्यों है सोना सबसे भरोसेमंद निवेश?
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, अनिश्चितता के समय में निवेशक बार-बार सोने की ओर रुख करते हैं। इसकी स्थिरता, ख़ासकर बाज़ार की गिरावट के दौरान, इसे एक सुरक्षित और सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला निवेश विकल्प बनाती है। यही कारण है कि पिछले दो दशकों में सोना सबसे भरोसेमंद एसेट क्लास साबित हुआ है।वर्तमान में, मध्य पूर्व में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के कारण वैश्विक निवेशक एक बार फिर सोने को सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं, जिससे इसकी कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई हैं।संक्षेप में कहें तो, सोना ने न केवल ऐतिहासिक रूप से बाज़ार के उतार-चढ़ाव से निवेशकों को बचाया है, बल्कि उन्हें शानदार रिटर्न भी दिया है। यह हर निवेशक के पोर्टफोलियो में एक महत्वपूर्ण और भरोसेमंद स्थान रखता है